बुधवार, 8 नवंबर 2017

आज का दलित क्या कर रहा है ?

दोस्तो ये लेख पढ़ के आप को बहुत ही गुस्सा आएगा ,क्योंकि ये सत्य है और सत्य कड़वा होता है।
लेकिन सत्य से भागना नहीं है पूरे लेख को बहुत ही ध्यान से पढ़िए, क्योंकि इस लेख को किसी एक इंसान ने नही बल्कि आज के समय के सोशल मीडिया एक्सपर्ट अम्बेडकर टीम द्वारा बहुत ही अनुभव और गहराई से हमारे समाज के हालात और हालत को इस लेख में ब्यान किया है।
तो आइए जानते हैं कि आज हमारा दलित समाज किस ओर जा रहा है और क्या कर रहा है....
1- आज का दलित मंदिरों में जाकर घंटा बजा रहा है और प्रसाद के लिए लाइन खड़ा है।
2- आज के दलित लड़के WHATSAPP, FACEBOOK पर SELFIE GROUP और शायरी GROUP मे घुसे बैठे हैं।
3- आज का दलित चौपाल में बैठ कर मनुस्मृति चाट रहा है और उसी चौपाल में ऊंचे स्थान पर बैठे किसी हरामी मनुवादी के गुणगान गा रहा है।
4- आज की दलित औरतें वर्त रखने में और पूजा पाठ में व्यस्त हैं।
5- आज का दलित अपने बच्चे को स्कूल नहीं भेजेगा लेकिन मंदिर जरूर भेजेगा है।
6- आज का दलित भीम सभा का गठन नहीं करेगा लेकिन ऑर्केस्ट्रा का प्रोग्राम जरूर करेगा।
7- आज का दलित युवा बाबा साहब की पोस्ट SHARE या LIKE नहीं करेगा लेकिन लड़की के नाम से बनी FAKE I'd वाले लड़के से बात जरूर करेगा।
8- आज का दलित मनुवादियों से मिलकर अपने ही पूर्वजों को जलाकर खुश होता है।
9- आज का दलित अपने ही लोगों को पीछे खींचने मे लगा हुया है।
10- आज का दलित युवा मनुवादियों के साथ मिलकर अपने ही समाज की बहू बेटियों पर टिप्पणी करता है।
11- आज का दलित दारू जरूर पियेगा घर के चूल्हे मे आग जले ना जले, दारू जरूरी है।
12- आज का दलित मनुवादीयों के तलवे चाटते रहता है और उसी में खुश रहता है।
13- आज का दलित जागरूक करने वाले को ही गालियाँ निकालता है।
14- आज का दलित अपने समाज के लिए कुछ अच्छा करने या समझने में कोई रूचि नहीं रखता।
15- आज का दलित अपने समाज के साथ नीचे नहीं बैठेगा लेकिन दारू पीकर गालियों में नालियों में गिर जाएगा।
16- आज का दलित लड़की से काम करवाएगा, उसको मंदिर लेके जाएगा लेकिन स्कूल नहीं जाने देगा।
17- आज का दलित अम्बेडकर जी, ज्योतिबा फुले, रविदास, बाल्मीकि, बुद्ध जैसे महान लोगों को अपना आदर्श नहीं मानेगा लेकिन फिल्म अभिनेता, अभिनेत्रीयों और काल्पनिक भगवानों को अपना सब कुछ मानेगा।
18- आज के दलित कुछ लेना देना नहीं माँ बाप भाई बहन बीवी बच्चों और समाज से लेकिन वो मनुवादियों की बैठक में गप्पें हाँकने जरूर जाएगा।
19- आज का दलित सही और गलत को जान लेने के बावजूद भी इस पर ध्यान नहीं देगा।
20- आज का दलित ख़ुद पर विश्वास नहीं करेगा लेकिन काल्पनिक भगवानों के चमत्कार का हर रोज इंतजार करेगा।
21- आज का दलित अपने ही समाज के लोगों को तरक्की करते हुए नहीं देख सकता और जब किसी दलित को नौकरी मिल जाती है तो वो अपने ही दलित भाइयों को कीड़े मकौड़े समझता है।
22- आज का दलित चुनाव के समय दारू पीकर जा किसी और लालच में आकर कहीं भी वोट डाल देता है और बाद दाल के भाव बढ़ जाने पर रोता है।
23- आज के दलित से वोट लेने के बाद विपक्ष के नेता दलित को धरना प्रदर्शन करने के लिए कहते हैं क्योंकि विरोध नहीं होगा तो लोग सोचेंगे कि सभी नेता मिले हुये हैं।
24- आज का दलित 5 साल मौजूदा सरकार द्वारा लूटा जाता है और बाकी की कमी पुलिस द्वारा धरने पर बैठे दलित की हड्डियाँ तोड़ कर पूरी कर देती।
25- आज का दलित बाबा साहब की वजह से नौकरी प्राप्त करता है लेकिन चापलूसी मनुवादियों की करता है।
26- आज का दलित अपने समाज के लोगों के खिलाफ दाज दहेज के लिए कोर्ट तक चला जाएगा लेकिन मनुवादी इसका घर भी जला दे तो अवाज तक नहीं उठाता और अगर कोई अवाज उठाता भी है तो उसका साथ नहीं देता।
27- आज का दलित जादू टोना में ही सब कुछ ढूंढता है,
घर का राशन भले ही ना हो लेकिन जादू टोना के लिए, जागरण के लिए पैसे कहीं से भी ले आएगा।
28- आज का दलित धर्म और बाबा बदल बदल कर देखता हैं कि किस धर्म में या किस बाबा के पास जाने के बाद घर के हालात सुधरते हैं।
29- आज का दलित युवा मनुवादियों का सत्कार करेगा और अपने बुजुर्गों के साथ कुत्तों की तरह भौंकेगा।
30- आज का दलित ख़ुद का आधार कार्ड भले ही अप्लाई नहीं करना जानता लेकिन सारे वेदों का ज्ञाता है।
31- सरकारी दफ्तरों में अफसरों के सामने भले ही इसकी जुबान ना चले लेकिन बीवी को पीटने और गालियाँ देने में इसका कोई मुकाबला नहीं है।
32- आज का दलित अपने समाज में भले ही किसी की बीमारी में भी उसका साथ ना दे लेकिन मनुवादियों के लिए दिन रात चापलूसी करता है।
33- आज का दलित युवा आशिक भी है और शादी हो ना हो उस से लेकिन लड़की को महंगे महंगे GIFT जरूर देगा भले ही घर में दो दिन चूल्हा ना जले।
34- आज का दलित युवा मेहनती भी है, लड़की की हर पोस्ट पर LIKE, COMMENT और SHARE करना अपना फर्ज समझता है बस शर्त ये है कि लड़की POST पे बोल दे कि SHARE करो तो अपना नंबर दूँगी।
35- आज का दलित रात रात भर मोबाइल पर लड़कियों से बात करता है लेकिन मां बाप का हाल चाल पूछने के लिए वक़्त नहीं है।
36- आज का दलित काल्पनिक भगवानों की मूर्ति पूजा और मूर्ति स्थापित करने के लिए जी जान एक कर देगा लेकिन अपने घर में उसकी फोटो तक नही लगाएगा जिसकी वजह से दो वक़्त की रोटी का जुगाड़ हुआ।
37- आज का दलित काल्पनिक भगवानों के दर्शन करने के लिए हजारों मील की यात्रा करेगा लेकिन किसी बहु बेटी की इज़्ज़त बचाने के लिए एक कदम आगे नहीं आएगा।
38- आज का दलित मनुवादी के गलती करने पर उसका साथ देगा और जब अपने समाज के किसी भाई से अनजाने में भी गलती हो जाए तो भी ये मनुवादी का ही साथ देगा, तालियाँ।
39- आज का दलित ज्ञान विज्ञान पर विश्वास न करके चमत्कार की उम्मीद में ही अपना सारा जीवन व्यतीत करता है।
40- आज का दलित धोखे में रह कर जीना चाहता है वो शुरूआत करने से डरता है कि कहीं मेरे अपने ही उसका साथ ना छोड़ दें।
        लेकिन एक बात समझ नहीं आई के मेरा दलित भाई आज तक किसी डेरे का बाबा या नेता क्यूँ नहीं बन सका ?
    दोस्तो बहुत सी बातें ऐसी है जो ये दलित रोज करता है अगर लिखते जाएँ तो एक और ग्रंथ तैयार हो जाएगा।
    हम किसी की बेबस जिंदगी और जख्मों को कुरेदना नहीं चाहते इस पोस्ट के जरिए लेकिन समय की नजाकत को समझिए और जागरूक हो जाईये।
  बहुत दुख होता है जे सोचकर कि जो कभी इस देश के राजा महाराजा हुआ करते थे वो आज शूद्र कहलाते हैं, हम अपने ही देश में नौकर बनकर बैठे हैं।
   हम हर कदम हर जगह हर मोड़ पे आपका साथ देने के लिए तैयार है लेकिन आपको भी अंधविश्वास जैसी परंपरा को तोड़ कर वास्तविक जीवन में प्रवेश करना होगा।
आने वाली पीढ़ियों के बारे में सोचिये, क्या होगा उनका जो अभी से इतना बुरा हाल है इस दलित समाज का, सरकारों के भरोसे ना बैठे, कोई कुछ नहीं करेगा अगर आप ही हिम्मत हार जाएँगे।
आपसी तनाव को दूर करें और मिलकर सामने आयें और एक मूलनिवासी राष्ट्र का निर्माण करें।
डॉ अंबेडकर राष्ट्रीय कमेटी आपके सहयोग के लिए सदैव तत्पर है।
धन्यवाद
नमो बुद्धाय
जय ज्योतिबा फूले जी
जय भीम जय मूलनिवासी जय भारत
SHARE रुकना नहीं चाहिए अगर आप सच में दलित समाज का भला चाहते हैं।
Social Media Experts Ambedkar Team

9 टिप्‍पणियां:

  1. बात तो सही है पर इस लेख को वही पढ़ रहे हैं जागरूक हैं पर ये लोग स्वयं जागरूक होने के वावजूद अपने परिवार, अपने रिश्तेदार एवं अपने समाज के लोगों को नहीं समझते हैं और न ही समझाने का प्रयास करते हैं। जितने लोग सोसल मीडिया का प्रयोग कर रहे हैं इतने ही लोग यदि समाज को, समाज के लोगो को शिक्षा के महत्व को सही ढंग से बताये और बेटी व बेटों के लिए समान शिक्षा की बात करें और पहले अपने परिवार से शुरु कर तो ............. जय भीम, जय भारत

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    1. मेरे परिवार से और मेरे गांव से तो अब समय यही हे

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  2. अब कृपया ये दलित शब्द से समाज को मुक्त करें। इससॆ तो SC शब्द का प्रयोग करें जिसका मतलब है superior class....अपना सम्मान करना आपकी मर्जी है पर अपने समाज के लिए सम्मान जरूर पैदा करें

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  3. Aaj samaj me faile andhvishwas ko door karna bahut jaroori hai.Jai Bheem

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