रविवार, 9 जुलाई 2017

इन्सानी जन्म या जीवन पे इन्सान का कंट्रोल होता है.

शादी होने के बाद समझदार पति-पत्नी तय करते हैं कि पहला बच्चा कब पैदा करना है और दूसरा कब पैदा करना है.
उनको कितने बच्चे पैदा करने हैं, ये वही तय करते हैं.
मतलब कि इन्सान ही तय कर रहे हैं कि कितने इन्सान पैदा करने हैं.
इन्सान को पैदा करने में किसी भगवान की मर्ज़ी या भूमिका नहीं है.
चीन की सरकार ने एक ही बच्चे का क़ानून लागू करके करोड़ों बच्चों को पैदा नहीं होने दिया..
इससे साबित होता है कि इन्सानी जन्म या जीवन पे इन्सान का कंट्रोल होता है.
धार्मिक लोग भी परिवार नियोजन के तरीके अपनाते हैं, क्योंकि वे ज़्यादा बच्चे नहीं चाहते,
इससे साबित होता है कि इन्सान को जन्म देना या न देना इन्सान के वश में है, न कि किसी भगवान के वश में..
ये समझना मुश्किल नहीं है कि नर और मादा के द्वारा ही किसी भी जीव का जन्म होता है,
धरती पे जीवन की शुरुआत और जीव विकास के सिद्धांत को समझने के लिये समझ की ज़रूरत होती है,
लोग समझदार होते तो ये बात स्कूल टाइम में ही समझ जाते,
स्कूल में जीव विज्ञान भी पढ़ाया जाता है...
जीव विज्ञान के मुताबिक़, अगर कोई जीव अपने किसी अंग का प्रयोग करना बंद करदे तो वो अंग कमज़ोर होने लगता है, फिर धीरे-धीरे लुप्त हो जाता है
ज़्यादातर धार्मिक लोग दिमाग़ का प्रयोग नहीं करते, इस लिये उनका दिमाग़ कमज़ोर हो जाता है.. सोचने-समझने वाला हिस्सा बेकार हो जाता है.. उसके बाद उनको कोई लॉजिक और फैक्ट समझ नहीं आता...

10 टिप्‍पणियां:

  1. मै आपकी की बात से सहमत हू

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  2. मै आपकी की बात से सहमत हू

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  3. सर छोटी सी पोस्ट से सब साफ समझा दिया।
    धन्यवाद।
    The god does not exist.

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