शुक्रवार, 7 जुलाई 2017

जय भीम क्यों ?

    जय भीम बोलकर हम कृतज्ञता प्रकट करते हैं उस महामानव के प्रति जिसने हमको सही मायनों में इंसान बनाया और इंसानी अधिकार दिलाये वर्ना उससे पहले हमारा जीवन क्या था ? पशुओ के समान जीवन व्यतीत करते थे हम । हमको पानी नहीं पीने दिया जाता था । हम उस पानी को भी नहीं पी सकते थे जिसको पशु पक्षी पी सकते थे । बहुत से लोग पानी के अभाव में तड़प तड़पकर दम तोड़ देते होंगे और बहुत से गन्दा अशुद्ध पानी पीकर अपने जीवन के लिए संघर्ष करते होंगे । इस स्थिति में उन पशुओं और इंसानों में क्या फर्क रह गया था ? बाबा साहब ने हमको पानी दिलाने के लिए संघर्ष किया इसलिए हम जय भीम बोलते हैं । हमको अछूत बनाया गया । सोचो अगर कोई अछूत बीमार होता होगा तो वो बिना इलाज के ही दम तोड़ देता होगा क्योंकि कोई भी वैद्य उसका इलाज करने नहीं जाता होगा । अगर कोई वैद्य उसको स्पर्श करेगा तो वो अपवित्र हो जायेगा । इस प्रकार इलाज के अभाव में मरीज तड़प तड़पकर मरेगा ही । इस स्थिति से हमको बाबा साहब ने उबारा और इस अमानवीय व्यवहार को गैरकानूनी घोषित किया । बाबा साहब के इन्ही उपकारो से कृतज्ञ होकर हम जय भीम बोलते हैं ।आप सभी से यह आग्रह है कि इस कविता को अवश्य पढे।

खूब पूजे ब्रह्मा विष्णु और महेश ।
घर में बचा ना कुछ भी शेष ।।
खूब कराये यज्ञ और हवन ।
घर बेचकर पहुँच गए वन ।।
खूब घूमें तीर्थ यात्रा ।
घर में बची ना अन्न की तनिक भी मात्रा ।।
खूब गंगा जमुना नहाये ।
लौट के बुद्धू घर को आये ।।
खूब पूजे लक्ष्मी गणेश ।
पैसा बचा ना एक भी शेष ।।
दिया पंडो को भी खूब दान ।
मिला नही कहीं भगवान ।।
पूजे खूब लक्ष्मण राम ।
घर के बिगड़े सारे काम ।।
किये खूब व्रत उपवास ।
अपना शरीर भी रहा ना पास ।।
खूब रखे पत्नी ने करवा चौथ ।
फिर भी पत्नी से पहले पति को आ गयी मौत ।।
खूब पूजे लक्ष्मी दुर्गा और काली माई ।
घर में रही ना एक भी पाई ।।
खूब बजाये मैंने मंदिर में घंटा ।
फिर भी भरा ना मेरा अंटा ।।
खूब चढ़ाये मैंने माला फूल ।
फिर भी साफ़ हुई ना मन की धूल ।।
खूब जलाई मैंने अगरबत्ती और धूप ।
फेफड़ो को धुआं जलाता खूब ।


यदि पूजा-पाठ करने से ही बुद्धि और शिक्षा आती तो पुजारियों की औलादें ही विश्व में वैज्ञानिक-डॉक्टर-इंजीनियर होतो वहम् से बचों अपने बच्चों को उच्च शिक्षा दिलवाओ क्योंकि शिक्षा से ही वैज्ञानिक-डॉक्टर-इंजीनियर और शासक बनते हैं पूजा-पाठ से नहीं अतः वहम् का कोई ईलाज नहीं और शिक्षा का कोई जवाब नहीं
शिक्षित बनो .संगठित बनो. जय भीम साथियों   
  गौतम ! नाम ही काफी है।

Editor By- Arun Gautam

201 टिप्‍पणियां:

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    1. जय भीम जय भारत राजेश कुमार कोरी अध्यक्ष वीरांगना झलकारी बाई विकास समिति कानपुर उत्तर प्रदेश मोबाइल 9415428028

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    2. आपको बहुत बहुत धन्यवाद। इस पोस्ट को हम तक पहुंचाने के लिए। जय भीम

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  3. सभी साथियों को मेरा सादर जय भीम जय भारत"🙏
    आप मुझसे मिल सकते हैं ट्वीटर पर या फेसबूक पर

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  4. जातिवाद को बढ़ावा दे रही है

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  5. All type 100 % right
    जय भीम नमों बुद्धया
    अजय पिप्पल बौद्ध
    आगरा से मो. 8410216553

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  6. Very nice thoughts and quotes Anjali....Thanks for promotion our Lord...You keep it up...we all with u ...JAI BHIM

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  7. jay bheem thanks didi ji aap ke jaisi soch agar har mool nagrik soch le aur us per amal kare to baba saheb ki tarah ham log bhi apne karwan ko aage badane me kamyaab honge jay bheem

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  8. Tikam Bohra22 जुलाई 2017 को 9:09 am
    नमस्कार जी।
    है ऊँच नीच का रोग जहाँ उस देश की गाथा गाता हूँ। यह कविता क्या आपने लिखी है? आपके प्रत्युत्तर की प्रतीक्षा रहेगी। टीकम बोहरा RAS, जयपुर। M. 09414077899

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  9. i m agree with u and thanks for sharing a very deep thought jai bhum...

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  10. Ab kyu jatiwad ka jahar ghol rahi ho.Ab to sab kuch hamare hisab se ho raha h.kisi bhi dharam ke bare me bolne se pahle kam se kam use padh to le.ye pakhandwad ki Jo aap bat kar rahi h na WO bhi aap jaise logo ka hi kam h.jaise aap faltu ke dharam virodhi kam kar rahi h usi tarah kuch pakhndwadi apna kam kar rahe h.bodh dharam Hume kya shikata murti Pooja nahi na fir bhi dekh lo jagah jagah murtiya bani h ya nahi.ye dakosle to sabhi jagah h.likhne ka itna shok h to achaiya bhi bahut h .dhanyawad jai bheem

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  11. Ab kyu jatiwad ka jahar ghol rahi ho.Ab to sab kuch hamare hisab se ho raha h.kisi bhi dharam ke bare me bolne se pahle kam se kam use padh to le.ye pakhandwad ki Jo aap bat kar rahi h na WO bhi aap jaise logo ka hi kam h.jaise aap faltu ke dharam virodhi kam kar rahi h usi tarah kuch pakhndwadi apna kam kar rahe h.bodh dharam Hume kya shikata murti Pooja nahi na fir bhi dekh lo jagah jagah murtiya bani h ya nahi.ye dakosle to sabhi jagah h.likhne ka itna shok h to achaiya bhi bahut h .dhanyawad jai bheem

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    2. ☝एक क्षत्रिय श्री राम थे,
      विश्व विजय किया, पुरुषोत्तम हुए.

      ☝एक क्षत्रिय भगीरथ थे
      स्वर्ग से माँ गंगा ज़मीन पर लाकर
      भारत का उद्धार किया ..

      एक क्षत्रिय राजा हरिश्चंद्र थे
      जिनकी सत्यता देखकर देवताओं ने रो
      दिया.

      ☝एक क्षत्रिय भीष्म पितामह थे
      जो जगतपिता श्री कृष्ण का भी वचन
      तुड़वा दिये.

      ☝एक क्षत्रिय महाराणा प्रताप थे
      जिनहोने सारा राजवैभव छोड़ घास की रोटी खायी पर मुगलों
      के सामने झूके नहीँ. और मेवाड़ एक स्वराज्य स्थापित किया ������

      ☝ हम भी एक क्षत्रियहै

      आज हमारे मोहरे हमसे विसात पूछते है
      वो हमसे, हमारी जात पूछते है ..
      क्या जमाना आ गया है राजपूतों
      कल तक हमारे टुकडो पर पलने वाले
      आज हमसे हमारी औकात पूछते है

      क्षत्रिय एक संस्कार है जो हर किसी के बस की बात नही ।����

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    3. वाह वाह वाह क्या बात है बहुत अच्छी सोच और विचार और बहुत अच्छी कविता एकदम सत्य इसी के साथ मेरा सभी भाइयों और बहनों को जोश भरा जय भीम जय भीम जय भीम

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  12. अच्छा ॥
    भारत के लोग और संस्कृति तो बुरी थी । फिर 800 साल के मुस्लिम और 200 साल के अंगरेजी शासन में भी उनकी हालत सुधरनी चाहिए थी । 🤔
    इन हजार सालों में भारत पर भारत का कानून नहीं चला ।
    सजाएं षरिया के हिसाब से दी जाती थीं। आज तक अदालतों और थानों में उर्दू चल रही है ।
    आज भी फौजदारी कानून कहा जाता है ।
    वह इसलिए क्योंकि दलितों की हालत खराब ही मुस्लिम काल में की गई । वही लोग पीड़ित कर के दलित किए गए जो धर्म परिवर्तन को राजी नहीं हुए ।
    एक बात और रामायण काल में धोबी तक की भी कितनी चलती थी ।
    और तो और शबरी की जूठन .............
    मुझे समझ नहीं आता कि आप लोग बुद्धि को इतना आराम क्यों देते हो ? कुछ तो लगाया करो ॥
    कि ये सब कहानियाँ मुस्लिम और अंगरेजों ने अपनी बढ़त बनाने को रचाईं।
    हां, आज आपका भी कोई पालिटिकल मोटिव है और आप अपना या अपनी किसी पार्टी का वोट बनाने, बढ़ाने के लिए बुद्धि को ताक पर रख कर यह वैमनस्यता फैलाने का प्रयास करते हो तो यकीन रखो आज नहीं तो कल शेर आया वाली कहानी चरितार्थ होगी ही और आप या आपकी हमारी आने वाली नस्लें पहले गुलाम, फिर दलित ही होंगी । और तब यह जो आप आसानी से, फ्री होकर, निडर होकर सब कह लेते हो इस लायक भी नहीं रहोगे , न हम ही रह जाएंगे ।
    जरा विचार करो और अपने लालच के लिए देश को आगे मत बांटो।

    और हां । दलितों के ऐसे ही बुरे हालात थे तो अंबेडकर जी को पढ़ाया किसने, विदेश किसमे भेजा? हमें तो लखनऊ ट्रेन की टिकट कटानी पड़े तो भी पाचं बार सोचते हैं ।

    बेवकूफ और देशद्रोही मत बनो । समझो और अपना आत्मसम्मान जगाओ ।

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    1. देश द्रोही की बात ही नही है। ये तो जाती वाद द्रोही की बात है।
      घुमाओ मत

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    2. ये तो पता ही होगा शुद्रो के साथ कैसा व्यवहार होता था

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  13. अच्छा ॥
    भारत के लोग और संस्कृति तो बुरी थी । फिर 800 साल के मुस्लिम और 200 साल के अंगरेजी शासन में भी उनकी हालत सुधरनी चाहिए थी । 🤔
    इन हजार सालों में भारत पर भारत का कानून नहीं चला ।
    सजाएं षरिया के हिसाब से दी जाती थीं। आज तक अदालतों और थानों में उर्दू चल रही है ।
    आज भी फौजदारी कानून कहा जाता है ।
    वह इसलिए क्योंकि दलितों की हालत खराब ही मुस्लिम काल में की गई । वही लोग पीड़ित कर के दलित किए गए जो धर्म परिवर्तन को राजी नहीं हुए ।
    एक बात और रामायण काल में धोबी तक की भी कितनी चलती थी ।
    और तो और शबरी की जूठन .............
    मुझे समझ नहीं आता कि आप लोग बुद्धि को इतना आराम क्यों देते हो ? कुछ तो लगाया करो ॥
    कि ये सब कहानियाँ मुस्लिम और अंगरेजों ने अपनी बढ़त बनाने को रचाईं।
    हां, आज आपका भी कोई पालिटिकल मोटिव है और आप अपना या अपनी किसी पार्टी का वोट बनाने, बढ़ाने के लिए बुद्धि को ताक पर रख कर यह वैमनस्यता फैलाने का प्रयास करते हो तो यकीन रखो आज नहीं तो कल शेर आया वाली कहानी चरितार्थ होगी ही और आप या आपकी हमारी आने वाली नस्लें पहले गुलाम, फिर दलित ही होंगी । और तब यह जो आप आसानी से, फ्री होकर, निडर होकर सब कह लेते हो इस लायक भी नहीं रहोगे , न हम ही रह जाएंगे ।
    जरा विचार करो और अपने लालच के लिए देश को आगे मत बांटो।

    और हां । दलितों के ऐसे ही बुरे हालात थे तो अंबेडकर जी को पढ़ाया किसने, विदेश किसमे भेजा? हमें तो लखनऊ ट्रेन की टिकट कटानी पड़े तो भी पाचं बार सोचते हैं ।

    बेवकूफ और देशद्रोही मत बनो । समझो और अपना आत्मसम्मान जगाओ ।

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    1. दलितो की खराब हालत ब्राहणो ने ही की,अपने स्वार्थ के लिये,समाज मे भेद पैदा किये अपनी dominant पोसिशन कायम राकने के लिये ,भगवान का भय दुःख दिखाकर समाज को exploit किया, देश और समाज को अंधश्रद्धा मे रखकर कमजोर किया

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    2. देश द्रोही की बात ही नही है। ये तो जाती वाद द्रोही की बात है। मुझे लगता है सबसे बडा देश द्रोही तो तुम हो क्यो लोगो को भडका रही हो 🙏

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  14. एक सीधा सा सवाल?

    क्या अब भी देश के प्रथम नागरिक महामहिम रामनाथ जी कोविंद के परिवार को आरक्षण का लाभ मिलेगा??

    सिर्फ़ हाँ या ना....

    अगर हाँ तो दूसरा सवाल ....

    अगर देश का प्रथम नागरिक होकर भी वो दलित रहा और राष्ट्रपति के बच्चे को भी आरक्षण चाहिए
    तो फिर कोई और देशवासी स्वर्ण कैसे हुआ??

    पलटिये संविधान के पन्ने और मुझे जवाब दें।

    मानसिक रूप से दलित राष्ट्र का एक नागरिक

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  15. एक सीधा सा सवाल?

    क्या अब भी देश के प्रथम नागरिक महामहिम रामनाथ जी कोविंद के परिवार को आरक्षण का लाभ मिलेगा??

    सिर्फ़ हाँ या ना....

    अगर हाँ तो दूसरा सवाल ....

    अगर देश का प्रथम नागरिक होकर भी वो दलित रहा और राष्ट्रपति के बच्चे को भी आरक्षण चाहिए
    तो फिर कोई और देशवासी स्वर्ण कैसे हुआ??

    पलटिये संविधान के पन्ने और मुझे जवाब दें।

    मानसिक रूप से दलित राष्ट्र का एक नागरिक

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    1. Aap shi kh rhe ho
      Aap ne kebal arajhad ko dekha h pr smjha nhi h agar aap ese smajhte to aap jbab nhi magte
      Chlo koi bat nhi mai jbab deta hu aap ko suno
      Aaj desh ke pas kebal 2% sarkari naukri h jinme sbhi brg samil h
      Jabki 98%pr kii arajhad nhi h
      Agar 2% pr kuchh jyad bhag unlogo ko de deya jata jo mnubadi soch ke chalte shiksha se sdiyo se dur rkha gya
      To es me kya glat h
      Aap hi btao kya ek pandit ka beta bina shiksha prapt kiy pandit bn jata h
      Aur sc bala chahe kitna kyu na pd le pr vh shudra hi rhega
      Kise ek ke liy aap smbidhan ko lekar mat baith jao kuchh sence bhi lgaya kro

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  16. Jai bhim wale ja par jate hai unka hi raj hota hai jai bhim dosto mere shatiyo

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  17. Jai bhim wale ja par jate hai unka hi raj hota hai jai bhim dosto mere shatiyo

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  20. ગુજરાત માં જય ભિમ બોલો

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  21. क्या मैडम जी आप भी न कमाल करती हैं यार
    अच्छी बात और सच सबको कड़वी लगती है न
    मजा तो तब आता है जब न तो कोई भेद न भावना और न ऊंच न नीच क्योंकि एक ही खुदा है एक रब ( ईश्वर ) है जिसने सारी कायनात (पूरी दुनिया ) बनाया ।।

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    1. Shekh ji aap jati pr gyan na de to acha hga aapke yha khd 72 firke h ar ek firke ka admi dusre ki masjid me nh jata use chodo marne k bd bh usko ek kisi dusre k qabirstan me dfn nh ki ajata

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  22. दुसरो की बुराई करने से कोई लाभ नही मानव हित के लिए काम करे पेड़ लगाए अनाथो कि सेवा करे माता पिता की सेवा करे ससुराल में भेदभाव न करे अपने बुजुर्गों का आदर करे पढ़े और पढ़ाए जय भारत जय भीम सर्व धर्म सम भाव

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  23. Agar hmare Bhai bhin in jhuth or pakhand ke karyklapo ko nhi kre TB hm baba shahab ke karba ko aage bda skte hai. Jai bhem sathiyo

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  24. मै भारत के पतन का सबसे बड़ा कारण हिंदुओं की जाति व्यवस्था को मानता हूँ

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  25. ☘जो मेरे दर्द में रोया करता था अपने आंसुओ में दिल भिगोया करता था☘
    ☘जिसने कुर्बान कर दी अपनी औलादे☘
    ☘वो मेरे सपनो को दिल में संजोया करता था☘
    ☘जय भीम से बड़ा कोई सम्मान नहीं है☘
    ☘जो भीम का नहीं वो इंसान नहीं है☘
    ☘यूँ तो पूजते है लोग पत्थरो को मगर☘
    ☘मेरे बाबा साहेब से बड़ा कोई "भगवान "नहीं है//

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  26. जय भीम के नारा से जग उठा है सारा भारत अब खैर नही है मनुवादों की ।
    कहते है सभी लोग, अब समय आ गया है बोलो sc, st, obc 88 जय मुलनिवशी

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  27. जय भीम सिंबल ऑफ नॉलेज . मुजे और पूरे भारतवासियों को गर्व हे की. जय भीम ने पूरे संसार को ज्ञान का प्रतीक मानने को मजबुर कर दिया

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  28. जय भीम मे ही सबकुछ समाहित है

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  29. जय भीम..... अब बतायेगे मनुवादी यो को की जय भीम क्यो बोलते हैं

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  30. जय भीम..... अब बतायेगे मनुवादी यो को की जय भीम क्यो बोलते हैं

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  31. The Blue Revolution Starts...
    जय भीम जय भारत नमो बुद्धाय

    samratdsg.wordpress.com

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  33. बेहतरीन लिखा है। बल भीम मित्र। नमो बुद्धाय

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  34. जबसे मैने बाबा साहब अम्बेडकर के बारे में पढ़ा तब से आज तक मैं मन्दिरों में जाना छोड़ दिया

    जय भीम

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  35. दुनिया को सच्चाई बाटने के लिए , और धम्म का प्रचार करने के लिए, आपको बहुत बहुत धन्यवाद

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  36. Jai Bhim jai Always , JAI Bhim our Recognizition. WORD JAI Bhim is respect to our God Param Poojniya Baba Shahab Dr B R Ambedakar ji

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  37. बहुत बहुत धन्यवाद इस पोस्ट को हम तक पहुचाने के लिए।
    जय भीम नमो बुद्धाय।

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  38. Medam Sarita Pandey Ji Agar ye Brahman ladne ka haq varn vyavastha k mutabik sirf shatriyo ko na dete to 800 saal Muslim or 200 saal Angrej Bharat pe hukumat na kar paate.

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  39. हिंदू धर्म को बताने वाले ब्राम्हण अगर ऐसी ही सुधार के प्रति तुम्हारी सोच रही तो तुम्हारा भी बहुत दिनों तक राज नहीं होगा जब इस देश में फूट हो जाएगी विदेश तुरंत तुम्हें भी साफ कर देगा पाकिस्तान और चीन देखता है जिस दिन भारत में पूर्ण हो जाएगी दिन भारत के सारे ब्राह्मणों का संघार किया जाएगा आप लोग शूद्रों के प्रति नीच का भेद रखते हैं तो बच नहीं सकते पाकिस्तान और भूटान और चीन जैसे देश तुम्हें भी खा जाएंगे यह इस देश की नीतियों और इस देश की जो कलयुग का बात आप बताते हैं वह समय तुम्हारे साथ आने वाला है जहाज सम्मति नहीं होती वहां संपत्ति नहीं होती आप लोगों का भी दिन बुरे देखने को आ गए हैं अभी भी समय है अगर शूद्रों को पीड़ित करोगे तो विदेश भी के लोग तुम्हें भी खत्म करके ही छोड़ेंगे तुम बच नहीं सकते हो जय भीम जय भारत

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  40. इन ब्राह्मणों की वजह से भारत देश को नष्ट होने का समय आ गया है इसीलिए मैं किसी जात को देखना नहीं चाहते जब ऐसा समय आता है विनाश का तो ब्राह्मणों की बुद्धि कि नस लगने लगते हैं कहा गया है वह मनुष्य मनुष्य नहीं है जो समाज में जाति भेदभाव ना ऊंच-नीच की बुराइयां पैदा करता है समाज को विखंडित करता है वह देशद्रोही होता है देश को नष्ट करने वाला होता है और जिस इंसान में मनुष्यता नहीं होती वह मनुष्य सूअर के बराबर नहीं होता क्योंकि सूअर कम से कम चारों तरफ की गंदगी साफ करती है लेकिन ऐसा व्यक्ति ब्राम्हण से होता है देश को बर्बाद करें समाज को बर्बाद करें समाज को कुछ न समझें व्यक्ति मनुष्य को कुछ न समझे सब को नीच दिखाएं ऐसा व्यक्ति संसार में विनाश का कारण हो सकता है ऐसे समाज को मनुष्य को नहीं मानना चाहिए जो किसी का ना हो सका वह आपका नहीं हो सकता जय भीम जय भारत

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  41. बहुत बहुत धन्यवाद इस पोस्ट को हम तक पहुचाने के लिए।
    जय भीम नमो बुद्धाय।

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  42. Ab samay aa Gaya h Jo v sambidhan ke birudh bolega ya kuch karega use patak pattak ke marna hi parega samjhane se samajhne balaBnhi h

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