जय भीम बोलकर हम कृतज्ञता प्रकट करते हैं उस महामानव के प्रति जिसने हमको सही मायनों में इंसान बनाया और इंसानी अधिकार दिलाये वर्ना उससे पहले हमारा जीवन क्या था ? पशुओ के समान जीवन व्यतीत करते थे हम । हमको पानी नहीं पीने दिया जाता था । हम उस पानी को भी नहीं पी सकते थे जिसको पशु पक्षी पी सकते थे । बहुत से लोग पानी के अभाव में तड़प तड़पकर दम तोड़ देते होंगे और बहुत से गन्दा अशुद्ध पानी पीकर अपने जीवन के लिए संघर्ष करते होंगे । इस स्थिति में उन पशुओं और इंसानों में क्या फर्क रह गया था ? बाबा साहब ने हमको पानी दिलाने के लिए संघर्ष किया इसलिए हम जय भीम बोलते हैं । हमको अछूत बनाया गया । सोचो अगर कोई अछूत बीमार होता होगा तो वो बिना इलाज के ही दम तोड़ देता होगा क्योंकि कोई भी वैद्य उसका इलाज करने नहीं जाता होगा । अगर कोई वैद्य उसको स्पर्श करेगा तो वो अपवित्र हो जायेगा । इस प्रकार इलाज के अभाव में मरीज तड़प तड़पकर मरेगा ही । इस स्थिति से हमको बाबा साहब ने उबारा और इस अमानवीय व्यवहार को गैरकानूनी घोषित किया । बाबा साहब के इन्ही उपकारो से कृतज्ञ होकर हम जय भीम बोलते हैं ।आप सभी से यह आग्रह है कि इस कविता को अवश्य पढे।
खूब पूजे ब्रह्मा विष्णु और महेश ।
घर में बचा ना कुछ भी शेष ।।
खूब कराये यज्ञ और हवन ।
घर बेचकर पहुँच गए वन ।।
खूब घूमें तीर्थ यात्रा ।
घर में बची ना अन्न की तनिक भी मात्रा ।।
खूब गंगा जमुना नहाये ।
लौट के बुद्धू घर को आये ।।
खूब पूजे लक्ष्मी गणेश ।
पैसा बचा ना एक भी शेष ।।
दिया पंडो को भी खूब दान ।
मिला नही कहीं भगवान ।।
पूजे खूब लक्ष्मण राम ।
घर के बिगड़े सारे काम ।।
किये खूब व्रत उपवास ।
अपना शरीर भी रहा ना पास ।।
खूब रखे पत्नी ने करवा चौथ ।
फिर भी पत्नी से पहले पति को आ गयी मौत ।।
खूब पूजे लक्ष्मी दुर्गा और काली माई ।
घर में रही ना एक भी पाई ।।
खूब बजाये मैंने मंदिर में घंटा ।
फिर भी भरा ना मेरा अंटा ।।
खूब चढ़ाये मैंने माला फूल ।
फिर भी साफ़ हुई ना मन की धूल ।।
खूब जलाई मैंने अगरबत्ती और धूप ।
फेफड़ो को धुआं जलाता खूब ।
यदि पूजा-पाठ करने से ही बुद्धि और शिक्षा आती तो पुजारियों की औलादें ही विश्व में वैज्ञानिक-डॉक्टर-इंजीनियर होतो वहम् से बचों अपने बच्चों को उच्च शिक्षा दिलवाओ क्योंकि शिक्षा से ही वैज्ञानिक-डॉक्टर-इंजीनियर और शासक बनते हैं पूजा-पाठ से नहीं अतः वहम् का कोई ईलाज नहीं और शिक्षा का कोई जवाब नहीं
शिक्षित बनो .संगठित बनो. जय भीम साथियों
गौतम ! नाम ही काफी है।
घर में बचा ना कुछ भी शेष ।।
खूब कराये यज्ञ और हवन ।
घर बेचकर पहुँच गए वन ।।
खूब घूमें तीर्थ यात्रा ।
घर में बची ना अन्न की तनिक भी मात्रा ।।
खूब गंगा जमुना नहाये ।
लौट के बुद्धू घर को आये ।।
खूब पूजे लक्ष्मी गणेश ।
पैसा बचा ना एक भी शेष ।।
दिया पंडो को भी खूब दान ।
मिला नही कहीं भगवान ।।
पूजे खूब लक्ष्मण राम ।
घर के बिगड़े सारे काम ।।
किये खूब व्रत उपवास ।
अपना शरीर भी रहा ना पास ।।
खूब रखे पत्नी ने करवा चौथ ।
फिर भी पत्नी से पहले पति को आ गयी मौत ।।
खूब पूजे लक्ष्मी दुर्गा और काली माई ।
घर में रही ना एक भी पाई ।।
खूब बजाये मैंने मंदिर में घंटा ।
फिर भी भरा ना मेरा अंटा ।।
खूब चढ़ाये मैंने माला फूल ।
फिर भी साफ़ हुई ना मन की धूल ।।
खूब जलाई मैंने अगरबत्ती और धूप ।
फेफड़ो को धुआं जलाता खूब ।
यदि पूजा-पाठ करने से ही बुद्धि और शिक्षा आती तो पुजारियों की औलादें ही विश्व में वैज्ञानिक-डॉक्टर-इंजीनियर होतो वहम् से बचों अपने बच्चों को उच्च शिक्षा दिलवाओ क्योंकि शिक्षा से ही वैज्ञानिक-डॉक्टर-इंजीनियर और शासक बनते हैं पूजा-पाठ से नहीं अतः वहम् का कोई ईलाज नहीं और शिक्षा का कोई जवाब नहीं
शिक्षित बनो .संगठित बनो. जय भीम साथियों
गौतम ! नाम ही काफी है।
Editor By- Arun Gautam
Jai bheem
जवाब देंहटाएंJai bheem sathiyo
हटाएंJai bheem sathiyo
हटाएंJai bheem sathiyo
हटाएंJay bhim
हटाएंNamo buddhya
जय भीम जय भारत राजेश कुमार कोरी अध्यक्ष वीरांगना झलकारी बाई विकास समिति कानपुर उत्तर प्रदेश मोबाइल 9415428028
हटाएंJai bheem.sathiyo
हटाएंJay bhim snmmanta ka aadhikar
हटाएंJay Bheem Jay Bharat.
हटाएंआपको बहुत बहुत धन्यवाद। इस पोस्ट को हम तक पहुंचाने के लिए। जय भीम
हटाएंJai Bheem Sathiyo
हटाएंJai Bheem Jai Bharat Kanshiram amar Rahe
हटाएंजय भीम बहुत ८
जवाब देंहटाएंजय भीम
जवाब देंहटाएंNice post/ Thanks/ jai Bhim
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंजय भीम नमो बुद्धाय।
जवाब देंहटाएंJai bhim jai bharat jai saheb kansiram
जवाब देंहटाएंसभी साथियों को मेरा सादर जय भीम जय भारत"🙏
जवाब देंहटाएंआप मुझसे मिल सकते हैं ट्वीटर पर या फेसबूक पर
Jai bheem
जवाब देंहटाएंइंकलाबी जय भीम
जवाब देंहटाएंJaibhim
जवाब देंहटाएंJay bhim
जवाब देंहटाएंजातिवाद को बढ़ावा दे रही है
जवाब देंहटाएंSahi me naa
हटाएंजय बीम जय भारत।
हटाएंजय भीम
हटाएंJai bhim
जवाब देंहटाएंAll type 100 % right
जवाब देंहटाएंजय भीम नमों बुद्धया
अजय पिप्पल बौद्ध
आगरा से मो. 8410216553
Jai Bhim namo buddhay very nice posts
जवाब देंहटाएंJai Bhim namo buddhay very nice posts
जवाब देंहटाएंJai bhim namo buddhay
जवाब देंहटाएंJai bhim namo buddhay
जवाब देंहटाएंJai bhim namo buddhay
जवाब देंहटाएंJai bhim namo buddhay
जवाब देंहटाएंVery nice thoughts and quotes Anjali....Thanks for promotion our Lord...You keep it up...we all with u ...JAI BHIM
जवाब देंहटाएंJai bheem
जवाब देंहटाएंJai Bheem
जवाब देंहटाएंJai Bheem
जवाब देंहटाएंJay bhim
जवाब देंहटाएंजय भीम! बहुत अच्छा लिखा
हटाएंJai Bhim, its a new beginning
जवाब देंहटाएंJai Bheem
जवाब देंहटाएंजय भीम
जवाब देंहटाएंJay bhim
जवाब देंहटाएंजय भीम!!
जवाब देंहटाएंJay bhim.
जवाब देंहटाएंJai Ram Ji Ki
जवाब देंहटाएंjay bheem thanks didi ji aap ke jaisi soch agar har mool nagrik soch le aur us per amal kare to baba saheb ki tarah ham log bhi apne karwan ko aage badane me kamyaab honge jay bheem
जवाब देंहटाएंjay bheem Namo buddhay
जवाब देंहटाएंजय भीम
हटाएंJay Bheem tum Jio hajaro sal Anjali
जवाब देंहटाएंJAI BHEEM...
जवाब देंहटाएंMAY U LIVE LONG LIFE... BLESSINGS
जय भीम
जवाब देंहटाएंJai Bhim
जवाब देंहटाएंJai Bhim
जवाब देंहटाएंTikam Bohra22 जुलाई 2017 को 9:09 am
जवाब देंहटाएंनमस्कार जी।
है ऊँच नीच का रोग जहाँ उस देश की गाथा गाता हूँ। यह कविता क्या आपने लिखी है? आपके प्रत्युत्तर की प्रतीक्षा रहेगी। टीकम बोहरा RAS, जयपुर। M. 09414077899
Jai bhim
जवाब देंहटाएंNice post Thanks jai Bhim
जवाब देंहटाएंजय भीम
हटाएंJai Bhim
जवाब देंहटाएंJai jai Bhim
जवाब देंहटाएंJai jai bhim
जवाब देंहटाएंJai jai bhim
जवाब देंहटाएंVary good. .
जवाब देंहटाएंI'm proud up you
Jai bhim Namo buddhay
JAY Bhim
जवाब देंहटाएंNamo buddhay
Jab tak suraj chand hai baba tera nam hai
जवाब देंहटाएंJay bhim
i m agree with u and thanks for sharing a very deep thought jai bhum...
जवाब देंहटाएंAb kyu jatiwad ka jahar ghol rahi ho.Ab to sab kuch hamare hisab se ho raha h.kisi bhi dharam ke bare me bolne se pahle kam se kam use padh to le.ye pakhandwad ki Jo aap bat kar rahi h na WO bhi aap jaise logo ka hi kam h.jaise aap faltu ke dharam virodhi kam kar rahi h usi tarah kuch pakhndwadi apna kam kar rahe h.bodh dharam Hume kya shikata murti Pooja nahi na fir bhi dekh lo jagah jagah murtiya bani h ya nahi.ye dakosle to sabhi jagah h.likhne ka itna shok h to achaiya bhi bahut h .dhanyawad jai bheem
जवाब देंहटाएंEkdam right kaha aapne
हटाएंEkdam right kaha aapne
हटाएंEkdam right kaha aapne
हटाएंEkdam right kaha aapne
हटाएंEkdam right kaha aapne
हटाएंRight bat hai dear
हटाएंजाति वाद आप हो, आम्बेडकर के गुनगाण से मिर्ची लग गया।
हटाएंAb kyu jatiwad ka jahar ghol rahi ho.Ab to sab kuch hamare hisab se ho raha h.kisi bhi dharam ke bare me bolne se pahle kam se kam use padh to le.ye pakhandwad ki Jo aap bat kar rahi h na WO bhi aap jaise logo ka hi kam h.jaise aap faltu ke dharam virodhi kam kar rahi h usi tarah kuch pakhndwadi apna kam kar rahe h.bodh dharam Hume kya shikata murti Pooja nahi na fir bhi dekh lo jagah jagah murtiya bani h ya nahi.ye dakosle to sabhi jagah h.likhne ka itna shok h to achaiya bhi bahut h .dhanyawad jai bheem
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
हटाएंYe aap ki sarkar hai
हटाएं☝एक क्षत्रिय श्री राम थे,
हटाएंविश्व विजय किया, पुरुषोत्तम हुए.
☝एक क्षत्रिय भगीरथ थे
स्वर्ग से माँ गंगा ज़मीन पर लाकर
भारत का उद्धार किया ..
एक क्षत्रिय राजा हरिश्चंद्र थे
जिनकी सत्यता देखकर देवताओं ने रो
दिया.
☝एक क्षत्रिय भीष्म पितामह थे
जो जगतपिता श्री कृष्ण का भी वचन
तुड़वा दिये.
☝एक क्षत्रिय महाराणा प्रताप थे
जिनहोने सारा राजवैभव छोड़ घास की रोटी खायी पर मुगलों
के सामने झूके नहीँ. और मेवाड़ एक स्वराज्य स्थापित किया ������
☝ हम भी एक क्षत्रियहै
आज हमारे मोहरे हमसे विसात पूछते है
वो हमसे, हमारी जात पूछते है ..
क्या जमाना आ गया है राजपूतों
कल तक हमारे टुकडो पर पलने वाले
आज हमसे हमारी औकात पूछते है
क्षत्रिय एक संस्कार है जो हर किसी के बस की बात नही ।����
जय भिम
हटाएंवाह वाह वाह क्या बात है बहुत अच्छी सोच और विचार और बहुत अच्छी कविता एकदम सत्य इसी के साथ मेरा सभी भाइयों और बहनों को जोश भरा जय भीम जय भीम जय भीम
हटाएं...........
जवाब देंहटाएंJai bhim
जवाब देंहटाएंJai bhim
जवाब देंहटाएंJai bhim ji me B_R_LILAWAT
जवाब देंहटाएंVery nice thoughts. Jai Bheem!
जवाब देंहटाएंVery prefect laen....jay bhim..namo budhay...
जवाब देंहटाएंMera jivan baba sahab ki amanat Hai yai unke leyai hi Hai
जवाब देंहटाएंअच्छा ॥
जवाब देंहटाएंभारत के लोग और संस्कृति तो बुरी थी । फिर 800 साल के मुस्लिम और 200 साल के अंगरेजी शासन में भी उनकी हालत सुधरनी चाहिए थी । 🤔
इन हजार सालों में भारत पर भारत का कानून नहीं चला ।
सजाएं षरिया के हिसाब से दी जाती थीं। आज तक अदालतों और थानों में उर्दू चल रही है ।
आज भी फौजदारी कानून कहा जाता है ।
वह इसलिए क्योंकि दलितों की हालत खराब ही मुस्लिम काल में की गई । वही लोग पीड़ित कर के दलित किए गए जो धर्म परिवर्तन को राजी नहीं हुए ।
एक बात और रामायण काल में धोबी तक की भी कितनी चलती थी ।
और तो और शबरी की जूठन .............
मुझे समझ नहीं आता कि आप लोग बुद्धि को इतना आराम क्यों देते हो ? कुछ तो लगाया करो ॥
कि ये सब कहानियाँ मुस्लिम और अंगरेजों ने अपनी बढ़त बनाने को रचाईं।
हां, आज आपका भी कोई पालिटिकल मोटिव है और आप अपना या अपनी किसी पार्टी का वोट बनाने, बढ़ाने के लिए बुद्धि को ताक पर रख कर यह वैमनस्यता फैलाने का प्रयास करते हो तो यकीन रखो आज नहीं तो कल शेर आया वाली कहानी चरितार्थ होगी ही और आप या आपकी हमारी आने वाली नस्लें पहले गुलाम, फिर दलित ही होंगी । और तब यह जो आप आसानी से, फ्री होकर, निडर होकर सब कह लेते हो इस लायक भी नहीं रहोगे , न हम ही रह जाएंगे ।
जरा विचार करो और अपने लालच के लिए देश को आगे मत बांटो।
और हां । दलितों के ऐसे ही बुरे हालात थे तो अंबेडकर जी को पढ़ाया किसने, विदेश किसमे भेजा? हमें तो लखनऊ ट्रेन की टिकट कटानी पड़े तो भी पाचं बार सोचते हैं ।
बेवकूफ और देशद्रोही मत बनो । समझो और अपना आत्मसम्मान जगाओ ।
देश द्रोही की बात ही नही है। ये तो जाती वाद द्रोही की बात है।
हटाएंघुमाओ मत
ये तो पता ही होगा शुद्रो के साथ कैसा व्यवहार होता था
हटाएंजय भीम
हटाएंअच्छा ॥
जवाब देंहटाएंभारत के लोग और संस्कृति तो बुरी थी । फिर 800 साल के मुस्लिम और 200 साल के अंगरेजी शासन में भी उनकी हालत सुधरनी चाहिए थी । 🤔
इन हजार सालों में भारत पर भारत का कानून नहीं चला ।
सजाएं षरिया के हिसाब से दी जाती थीं। आज तक अदालतों और थानों में उर्दू चल रही है ।
आज भी फौजदारी कानून कहा जाता है ।
वह इसलिए क्योंकि दलितों की हालत खराब ही मुस्लिम काल में की गई । वही लोग पीड़ित कर के दलित किए गए जो धर्म परिवर्तन को राजी नहीं हुए ।
एक बात और रामायण काल में धोबी तक की भी कितनी चलती थी ।
और तो और शबरी की जूठन .............
मुझे समझ नहीं आता कि आप लोग बुद्धि को इतना आराम क्यों देते हो ? कुछ तो लगाया करो ॥
कि ये सब कहानियाँ मुस्लिम और अंगरेजों ने अपनी बढ़त बनाने को रचाईं।
हां, आज आपका भी कोई पालिटिकल मोटिव है और आप अपना या अपनी किसी पार्टी का वोट बनाने, बढ़ाने के लिए बुद्धि को ताक पर रख कर यह वैमनस्यता फैलाने का प्रयास करते हो तो यकीन रखो आज नहीं तो कल शेर आया वाली कहानी चरितार्थ होगी ही और आप या आपकी हमारी आने वाली नस्लें पहले गुलाम, फिर दलित ही होंगी । और तब यह जो आप आसानी से, फ्री होकर, निडर होकर सब कह लेते हो इस लायक भी नहीं रहोगे , न हम ही रह जाएंगे ।
जरा विचार करो और अपने लालच के लिए देश को आगे मत बांटो।
और हां । दलितों के ऐसे ही बुरे हालात थे तो अंबेडकर जी को पढ़ाया किसने, विदेश किसमे भेजा? हमें तो लखनऊ ट्रेन की टिकट कटानी पड़े तो भी पाचं बार सोचते हैं ।
बेवकूफ और देशद्रोही मत बनो । समझो और अपना आत्मसम्मान जगाओ ।
दलितो की खराब हालत ब्राहणो ने ही की,अपने स्वार्थ के लिये,समाज मे भेद पैदा किये अपनी dominant पोसिशन कायम राकने के लिये ,भगवान का भय दुःख दिखाकर समाज को exploit किया, देश और समाज को अंधश्रद्धा मे रखकर कमजोर किया
हटाएंApne Ashakiya
जवाब देंहटाएंएक सीधा सा सवाल?
जवाब देंहटाएंक्या अब भी देश के प्रथम नागरिक महामहिम रामनाथ जी कोविंद के परिवार को आरक्षण का लाभ मिलेगा??
सिर्फ़ हाँ या ना....
अगर हाँ तो दूसरा सवाल ....
अगर देश का प्रथम नागरिक होकर भी वो दलित रहा और राष्ट्रपति के बच्चे को भी आरक्षण चाहिए
तो फिर कोई और देशवासी स्वर्ण कैसे हुआ??
पलटिये संविधान के पन्ने और मुझे जवाब दें।
मानसिक रूप से दलित राष्ट्र का एक नागरिक
एक सीधा सा सवाल?
जवाब देंहटाएंक्या अब भी देश के प्रथम नागरिक महामहिम रामनाथ जी कोविंद के परिवार को आरक्षण का लाभ मिलेगा??
सिर्फ़ हाँ या ना....
अगर हाँ तो दूसरा सवाल ....
अगर देश का प्रथम नागरिक होकर भी वो दलित रहा और राष्ट्रपति के बच्चे को भी आरक्षण चाहिए
तो फिर कोई और देशवासी स्वर्ण कैसे हुआ??
पलटिये संविधान के पन्ने और मुझे जवाब दें।
मानसिक रूप से दलित राष्ट्र का एक नागरिक
Aap shi kh rhe ho
हटाएंAap ne kebal arajhad ko dekha h pr smjha nhi h agar aap ese smajhte to aap jbab nhi magte
Chlo koi bat nhi mai jbab deta hu aap ko suno
Aaj desh ke pas kebal 2% sarkari naukri h jinme sbhi brg samil h
Jabki 98%pr kii arajhad nhi h
Agar 2% pr kuchh jyad bhag unlogo ko de deya jata jo mnubadi soch ke chalte shiksha se sdiyo se dur rkha gya
To es me kya glat h
Aap hi btao kya ek pandit ka beta bina shiksha prapt kiy pandit bn jata h
Aur sc bala chahe kitna kyu na pd le pr vh shudra hi rhega
Kise ek ke liy aap smbidhan ko lekar mat baith jao kuchh sence bhi lgaya kro
Jai bhim wale ja par jate hai unka hi raj hota hai jai bhim dosto mere shatiyo
जवाब देंहटाएंJai bhim wale ja par jate hai unka hi raj hota hai jai bhim dosto mere shatiyo
जवाब देंहटाएंJay Bhim
जवाब देंहटाएंbahut achchhi poem hai
जवाब देंहटाएंjai bheem
jai jai bhim jordaarrr
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंJai Bhim Jai Baba Saheb
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंJai bheem
हटाएंjay bhim gujarat
जवाब देंहटाएंગુજરાત માં જય ભિમ બોલો
जवाब देंहटाएंJay bheem
जवाब देंहटाएंJai bhim
जवाब देंहटाएंJai bhim
जवाब देंहटाएंKya madam ji aap bhi kamaal karti h ..
जवाब देंहटाएंक्या मैडम जी आप भी न कमाल करती हैं यार
जवाब देंहटाएंअच्छी बात और सच सबको कड़वी लगती है न
मजा तो तब आता है जब न तो कोई भेद न भावना और न ऊंच न नीच क्योंकि एक ही खुदा है एक रब ( ईश्वर ) है जिसने सारी कायनात (पूरी दुनिया ) बनाया ।।
Shekh ji aap jati pr gyan na de to acha hga aapke yha khd 72 firke h ar ek firke ka admi dusre ki masjid me nh jata use chodo marne k bd bh usko ek kisi dusre k qabirstan me dfn nh ki ajata
हटाएंJai bhim namo buddhay
जवाब देंहटाएंJai bhim namo buddhay
जवाब देंहटाएंJai bhim jai bhim jai bhim very good poem thanks Arun gautam
जवाब देंहटाएंदुसरो की बुराई करने से कोई लाभ नही मानव हित के लिए काम करे पेड़ लगाए अनाथो कि सेवा करे माता पिता की सेवा करे ससुराल में भेदभाव न करे अपने बुजुर्गों का आदर करे पढ़े और पढ़ाए जय भारत जय भीम सर्व धर्म सम भाव
जवाब देंहटाएंAgar hmare Bhai bhin in jhuth or pakhand ke karyklapo ko nhi kre TB hm baba shahab ke karba ko aage bda skte hai. Jai bhem sathiyo
जवाब देंहटाएंमै भारत के पतन का सबसे बड़ा कारण हिंदुओं की जाति व्यवस्था को मानता हूँ
जवाब देंहटाएंJai bheem
जवाब देंहटाएंOk
जवाब देंहटाएंjai bheem
जवाब देंहटाएंJai bheem Jai bharat
जवाब देंहटाएं☘जो मेरे दर्द में रोया करता था अपने आंसुओ में दिल भिगोया करता था☘
जवाब देंहटाएं☘जिसने कुर्बान कर दी अपनी औलादे☘
☘वो मेरे सपनो को दिल में संजोया करता था☘
☘जय भीम से बड़ा कोई सम्मान नहीं है☘
☘जो भीम का नहीं वो इंसान नहीं है☘
☘यूँ तो पूजते है लोग पत्थरो को मगर☘
☘मेरे बाबा साहेब से बड़ा कोई "भगवान "नहीं है//
जय भीम नमो बुद्धाय
हटाएंजय भीम के नारा से जग उठा है सारा भारत अब खैर नही है मनुवादों की ।
जवाब देंहटाएंकहते है सभी लोग, अब समय आ गया है बोलो sc, st, obc 88 जय मुलनिवशी
Jai bhim
जवाब देंहटाएंजय भीम
जवाब देंहटाएंजय भीम
जवाब देंहटाएंजय भीम साथियों
जवाब देंहटाएंजय भीम now सिंबल ऑफ नॉलेज
जवाब देंहटाएंजय भीम सिंबल ऑफ नॉलेज . मुजे और पूरे भारतवासियों को गर्व हे की. जय भीम ने पूरे संसार को ज्ञान का प्रतीक मानने को मजबुर कर दिया
जवाब देंहटाएंJai bhim
जवाब देंहटाएंCorrect h bhai logo
जय भीम मे ही सबकुछ समाहित है
जवाब देंहटाएंJay Jay Jay bheem
जवाब देंहटाएंJai bhim
जवाब देंहटाएंजय भीम..... अब बतायेगे मनुवादी यो को की जय भीम क्यो बोलते हैं
जवाब देंहटाएंजय भीम..... अब बतायेगे मनुवादी यो को की जय भीम क्यो बोलते हैं
जवाब देंहटाएंNice post ... जय भीम जय भारत
जवाब देंहटाएंThe Blue Revolution Starts...
जवाब देंहटाएंजय भीम जय भारत नमो बुद्धाय
samratdsg.wordpress.com
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंNamo buddhaye
जवाब देंहटाएंJai Bhim
Jay bhim snmmanta ka aadhikar
जवाब देंहटाएंNamo budhay Jay bhim sathiyo
जवाब देंहटाएंबेहतरीन लिखा है। बल भीम मित्र। नमो बुद्धाय
जवाब देंहटाएंJai Bheem
जवाब देंहटाएंJai bhim
जवाब देंहटाएंજય ભીમ
जवाब देंहटाएंjai bhim
जवाब देंहटाएंJAI Bheem
जवाब देंहटाएंParamanand Gorkhapur
जवाब देंहटाएंJai bheem namo budhay
Paramanand Gorkhapur
जवाब देंहटाएंJai bheem namo budhay
Jai bheem
जवाब देंहटाएंजबसे मैने बाबा साहब अम्बेडकर के बारे में पढ़ा तब से आज तक मैं मन्दिरों में जाना छोड़ दिया
जवाब देंहटाएंजय भीम
Jai bheem
जवाब देंहटाएंJai bheem
जवाब देंहटाएंदुनिया को सच्चाई बाटने के लिए , और धम्म का प्रचार करने के लिए, आपको बहुत बहुत धन्यवाद
जवाब देंहटाएंJay bhim
जवाब देंहटाएंJai Bhim jai Always , JAI Bhim our Recognizition. WORD JAI Bhim is respect to our God Param Poojniya Baba Shahab Dr B R Ambedakar ji
जवाब देंहटाएंजय भिम
जवाब देंहटाएंनमो बुद्धाय
Jay bhim - nmo budhay
जवाब देंहटाएंJay bhim
जवाब देंहटाएंजय भीम
जवाब देंहटाएंजय भीम जय भारत
जवाब देंहटाएंJay bhim
जवाब देंहटाएंJay bhim dear
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत धन्यवाद इस पोस्ट को हम तक पहुचाने के लिए।
जवाब देंहटाएंजय भीम नमो बुद्धाय।
Jai Bheem Namo Buddhay
जवाब देंहटाएंJai bhim sathiyo
जवाब देंहटाएंJay Bhim
जवाब देंहटाएंNano Budhay
Very nice post
Jai bhim
जवाब देंहटाएंYAAR
जवाब देंहटाएंJai Bheem
Jai Meem
Jai Bharat
YAAR
जवाब देंहटाएंJai Bheem
Jai Meem
Jai Bharat
Medam Sarita Pandey Ji Agar ye Brahman ladne ka haq varn vyavastha k mutabik sirf shatriyo ko na dete to 800 saal Muslim or 200 saal Angrej Bharat pe hukumat na kar paate.
जवाब देंहटाएंJai bheem Jai bharat
जवाब देंहटाएंJai bheem
जवाब देंहटाएंJai bheem
जवाब देंहटाएंहिंदू धर्म को बताने वाले ब्राम्हण अगर ऐसी ही सुधार के प्रति तुम्हारी सोच रही तो तुम्हारा भी बहुत दिनों तक राज नहीं होगा जब इस देश में फूट हो जाएगी विदेश तुरंत तुम्हें भी साफ कर देगा पाकिस्तान और चीन देखता है जिस दिन भारत में पूर्ण हो जाएगी दिन भारत के सारे ब्राह्मणों का संघार किया जाएगा आप लोग शूद्रों के प्रति नीच का भेद रखते हैं तो बच नहीं सकते पाकिस्तान और भूटान और चीन जैसे देश तुम्हें भी खा जाएंगे यह इस देश की नीतियों और इस देश की जो कलयुग का बात आप बताते हैं वह समय तुम्हारे साथ आने वाला है जहाज सम्मति नहीं होती वहां संपत्ति नहीं होती आप लोगों का भी दिन बुरे देखने को आ गए हैं अभी भी समय है अगर शूद्रों को पीड़ित करोगे तो विदेश भी के लोग तुम्हें भी खत्म करके ही छोड़ेंगे तुम बच नहीं सकते हो जय भीम जय भारत
जवाब देंहटाएंइन ब्राह्मणों की वजह से भारत देश को नष्ट होने का समय आ गया है इसीलिए मैं किसी जात को देखना नहीं चाहते जब ऐसा समय आता है विनाश का तो ब्राह्मणों की बुद्धि कि नस लगने लगते हैं कहा गया है वह मनुष्य मनुष्य नहीं है जो समाज में जाति भेदभाव ना ऊंच-नीच की बुराइयां पैदा करता है समाज को विखंडित करता है वह देशद्रोही होता है देश को नष्ट करने वाला होता है और जिस इंसान में मनुष्यता नहीं होती वह मनुष्य सूअर के बराबर नहीं होता क्योंकि सूअर कम से कम चारों तरफ की गंदगी साफ करती है लेकिन ऐसा व्यक्ति ब्राम्हण से होता है देश को बर्बाद करें समाज को बर्बाद करें समाज को कुछ न समझें व्यक्ति मनुष्य को कुछ न समझे सब को नीच दिखाएं ऐसा व्यक्ति संसार में विनाश का कारण हो सकता है ऐसे समाज को मनुष्य को नहीं मानना चाहिए जो किसी का ना हो सका वह आपका नहीं हो सकता जय भीम जय भारत
जवाब देंहटाएंJai bheem
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत धन्यवाद इस पोस्ट को हम तक पहुचाने के लिए।
जवाब देंहटाएंजय भीम नमो बुद्धाय।
Jai bheem
जवाब देंहटाएंJay bhim
जवाब देंहटाएंJai Bheem
जवाब देंहटाएंAb samay aa Gaya h Jo v sambidhan ke birudh bolega ya kuch karega use patak pattak ke marna hi parega samjhane se samajhne balaBnhi h
जवाब देंहटाएंJai bhim Jai bharBh
जवाब देंहटाएंJai bhim Nice dp
जवाब देंहटाएंJai bhim
जवाब देंहटाएंJay bhim
जवाब देंहटाएंJai Bhim
जवाब देंहटाएंJAI BHIM
जवाब देंहटाएंJai Bhim Jai Bharat
जवाब देंहटाएंJai bhim Jai Bharat
जवाब देंहटाएंजय भीम नमो बुद्धाय
जवाब देंहटाएंJai bhim jai bharat
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